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Wednesday, November 05, 2014

sautela 3

श्वेता अपनी उम्र के हिसाब से काफी पहले जवान हो चुकी थी, उसकी उम्र 18 साल थी, और अपने नशीले और जवान शरीर का इस्तेमाल कब और कहा करना है, उसे अच्छी तरह से पता था , पर वो थी अब तक कुंवारी 

श्वेता भी उसकी बात सुनकर काफी खुश हुई और फिर वो दोनों सहेलियां मिलकर बातें करने लगी कि क्या - २ होगा आने वाले दिनों में ।

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अब आगे 
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काव्या के जाने के बाद रश्मि आईने के सामने जाकर खड़ी हो गयी, उसने अपने पुरे शरीर को निहारा, और फिर ना जाने क्या सोचकर उसने अपनी साडी उतारनी शुरू कर दी, ब्लाउस में फंसे हुए उसके मोटे मुम्मे बाहर निकलने कि गुहार कर रहें थे, उसने उनकी बात मानते हुए अपने ब्लाउस के हुक भी खोल दिए और उसके बाद अपनी ब्रा को भी उतार फेंका, अपने ही पसीने कि गंध उसके नथुनो में समा गयी , जो उसे हमेशा से बहुत अच्छी लगती थी, इन्फेक्ट उसका पति भी उसकी गंध का दीवाना था, रश्मि को अभी भी याद है कि उसे चोदते हुए वो उसके दोनों हाथों को ऊपर करके जब झटके मारता था तो अपना मुंह उसकी बगल में डालकर वो जोर से साँसे लेता था, और वो गंध सूंघकर वो और भी ज्यादा उत्तेजना के साथ उसकी चुदाई करता 

वो सब बाते याद करते-२ उसकी चूत गीली होने लगी 

उसने अपना पेटीकोट भी उतार दिया , और फिर कच्छी भी, पूरी नंगी हो गयी वो एकदम से 


पूरी तरह से नंगी होने के बाद वो घूम-घूमकर अपने पुरे शरीर का मुवायना करने लगी और फिर खुद से ही बाते करने लगी : "ओहो …कितनी मोटी हो गयी हु मैं, पेट भी निकल आया है, ब्रैस्ट भी मोटे हो गए है, लटक भी गए है, और पीछे से तो , ओहो इन्हे अब जल्द ही कम करना होगा ''

वो एक ऐसी लड़की कि तरह बिहेव कर रही थी जो शादी से पहले अपना वजन कम करने कि चिंता में डूबी हुई हो , वैसे ये चिंता होना स्वाभाविक ही था रश्मि के लिए, वो पहले ऐसी नहीं थी, शादी से पहले भी और बाद तक भी, जब तक उसका पति जिन्दा था वो हमेशा फिट रहती थी, जिम भी जाती थी, उसने लगभग दस सालों तक जिम में जाकर एरोबिक और कार्डिओ करके अपने पुरे शरीर को फ़िल्मी हेरोइनो कि तरह लचीला और परफेक्ट बना लिया था, पर पिछले पांच सालो ने उसकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया , काव्या कि देखभाल और ऑफिस के काम कि वजह से उसे अपने लिए वक़्त ही नहीं मिलता था , पर अब जबकि उसकी दोबारा शादी होने वाली है, उसने निश्चय कर लिया कि वो जल्द ही इस थुलथुलेपन से छुटकारा पायेगी, जिम जायेगी, डाइटिंग करेगी , पर अपने शरीर को पहले जैसा बनाकर रहेगी .

आखिर समीर सर भी तो देखे कि वो चीज क्या है 

समीर सर का ध्यान आते ही उसके दिल कि धड़कने एक दम से बढ़ने लगी, उसे उनकी गहरी नजरों कि याद आ गयी जो उसने कई बार महसूस कि थी , और जिसे महसूस करके उसका रोम रोम खड़ा हो जाता था 

उनके बारे में याद करके अनायास ही उसके हाथ अपनी चूत कि तरफ सरक गए , वो बेड पर लेट गयी और अपनी आँखे बंद करके अपनी चूत को सहलाने लगी 
 
आज पांच सालो बाद उसने अपनी चूत कि खोज खबर ली थी , इसलिए उसकी चूत भी अपना गिला मुंह खोले अपनी मालकिन का खुले दिल से स्वागत कर रही थी 

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